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सेवा भारती द्वारा उत्कर्ष में निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर लगाया गया
- 2025-11-10 23:51:00
सेवा भारती दिल्ली प्रांत की शाखा उत्कर्ष ने समाजसेवा की अपनी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली के जी.बी. रोड क्षेत्र में एक निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। यह आयोजन न केवल चिकित्सा सहायता प्रदान करने का माध्यम बना, बल्कि समाज में स्वास्थ्य-जागरूकता का संदेश भी फैलाया। इस शिविर में लगभग चार सौ से अधिक लोगों ने नेत्र परीक्षण और उपचार का लाभ लिया। शिविर में शामिल लोग विभिन्न आयु वर्गों और सामाजिक पृष्ठभूमि से थे – महिलाएँ, बच्चे, वृद्धजन और श्रमिक वर्ग के लोग, जो प्रायः नियमित चिकित्सा सुविधाओं तक नहीं पहुँच पाते।
सेवा भारती का मूल उद्देश्य सदैव यह रहा है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कारों की रोशनी पहुँचे। उत्कर्ष शाखा का यह प्रयास उसी विचार का विस्तार है। जी.बी. रोड जैसे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सामान्यतः नेत्र परीक्षण की सुविधा नहीं मिल पाती। बहुत से लोग मोतियाबिंद, दृष्टिदोष, धुंधलापन या आँखों में जलन जैसी समस्याओं से जूझते हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति या जागरूकता की कमी के कारण इलाज नहीं करा पाते। इस शिविर का उद्देश्य केवल जाँच नहीं था, बल्कि नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना, स्वच्छता की आदतें विकसित करना और दृष्टि सुरक्षा के उपायों की जानकारी देना भी था।
यह शिविर सुबह से शाम तक चला। पूरे क्षेत्र में पहले से ही सूचना पत्र और व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से लोगों को शिविर के बारे में बताया गया। उत्कर्ष के स्वयंसेवकों ने स्थानीय बस्तियों में जाकर लोगों को आने के लिए प्रेरित किया।
शिविर में अनुभवी नेत्र चिकित्सक दल ने अपनी सेवाएँ दीं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति की आँखों की जाँच की, दृष्टि दोष की पहचान की और आवश्यक परामर्श दिया। जिन लोगों को चश्मे की आवश्यकता थी, उन्हें निःशुल्क चश्मे उपलब्ध कराए गए। जिन मरीजों को आगे की चिकित्सा या शल्य-चिकित्सा की आवश्यकता थी, उन्हें सेवा भारती के सहयोगी अस्पतालों से जोड़ा गया।
साथ ही, लोगों को यह भी बताया गया कि आँखों की देखभाल में पोषण का कितना महत्व है, और कैसे रोज़मर्रा की छोटी आदतें—जैसे पढ़ाई या मोबाइल का उपयोग करते समय उचित रोशनी का प्रयोग—नेत्र स्वास्थ्य को बनाए रखती हैं। इस आयोजन में लगभग 400 लोगों ने लाभ प्राप्त किया। शिविर स्थल पर अनुशासन और सौहार्द्र का वातावरण देखने योग्य था। हर व्यक्ति को पंजीकरण, परीक्षण और परामर्श की पूरी प्रक्रिया से सहजता से गुजरने में सहायता की गई। कई वृद्ध महिलाओं ने कहा कि उन्होंने वर्षों बाद किसी डॉक्टर से आँखों की जाँच कराई है। कुछ बच्चों में दृष्टि दोष की प्रारंभिक समस्या पाई गई, जिनका उपचार समय रहते शुरू कर दिया गया। यह सब देखकर सेवा भारती के कार्यकर्ता और चिकित्सक स्वयं भी प्रसन्न थे कि उनका प्रयास वास्तव में लोगों के जीवन में परिवर्तन ला रहा है।


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