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प्रांत महामंत्री सुशील जी ने उन्नयन केंद्र में ट्रांसजेंडर समुदाय से किया संवाद और कौशल साधकों का उत्साहवर्धन
- 2025-11-15 06:00:19
सेवा, संस्कार और समाजोत्थान के उद्देश्य को समर्पित सेवा भारती–दिल्ली अपने विविध प्रकल्पों के माध्यम से निरंतर समर्पित भाव से कार्य कर रही है। इसी क्रम में सेवा भारती के उन्नयन केंद्र में आज वह विशेष क्षण उपस्थित हुआ, जब प्रांत महामंत्री आदरणीय श्रीमान सुशील जी ने केंद्र का भ्रमण कर वहाँ संचालित गतिविधियों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा लाभार्थी समुदायों से सीधा संवाद स्थापित किया। उनका यह आगमन न केवल केंद्र के संचालकों के लिए प्रेरणादायी रहा, बल्कि वहाँ कौशल अर्जन कर रहे सभी प्रशिक्षार्थियों के लिए भी उत्साह और आत्मविश्वास का संचार करने वाला सिद्ध हुआ।
सेवा भारती दिल्ली के सामाजिक समरसता और समावेशी विकास के महत्वपूर्ण केंद्र 'उन्नयन' में आज सेवा भारती-दिल्ली के प्रांत महामंत्री, आदरणीय श्रीमान सुशील जी, का गरिमामयी आगमन हुआ। उनका यह दौरा ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों के लिए एक प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शन का अवसर बना। सुशील जी ने केंद्र में चल रहे कौशल विकास कार्यक्रमों का निरीक्षण किया और वहाँ उपस्थित सदस्यों के साथ विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।



उन्नयन केंद्र में प्रांत महामंत्री सुशील जी का स्वागत पारंपरिक गरिमा के साथ किया गया। केंद्र के कार्यकर्ताओं ने उनके समक्ष उन्नयन के उद्देश्यों, गतिविधियों और उपलब्धियों का परिचय प्रस्तुत किया। उन्नयन केंद्र मुख्यतः उन वर्गों के लिए कार्यरत है, जो समाज में किसी कारणवश उपेक्षित, वंचित या भेदभाव का सामना करते हैं। इस श्रेणी में ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य भी सम्मिलित हैं, जिनके साथ केंद्र ने वर्षों से संवेदनशीलता, सम्मान और समानता के भाव से कार्य किया है।
अपने भ्रमण के दौरान सुशील जी ने केंद्र में उपस्थित ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रतिनिधियों से विस्तृत बातचीत की। यह संवाद अत्यंत आत्मीय, गहन और महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने समुदाय के जीवन, चुनौतियों, सामाजिक स्वीकृति, आर्थिक सशक्तिकरण तथा कौशल प्रशिक्षण से संबंधित विषयों पर गंभीरता से चर्चा की। इस क्रम में उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को सम्मान, पहचान और अवसर मिलना चाहिए। सेवा भारती का प्रयास केवल सहायता देना नहीं, बल्कि ऐसी परिस्थितियाँ निर्माण करना है, जहाँ समुदाय स्वयं आत्मनिर्भर बन सके और सम्मानपूर्ण जीवन जी सके।


